Little Known Facts About झारखण्ड जी के.

खुदाई से मिले अनगिनत अभिलेखों को पढ़ कर यहाँ की सभ्यता के विकास का पता चला. ईसाईयों के प्रसिद्द धर्मग्रंथ बाइबिल में भी इस सभ्यता का उल्लेख किया गया है.

ब्राह्मणावाद की सुरक्षा का दायित्व दाहिर के पुत्र जयसिंह के ऊपर प्रेरक प्रषंग था। उसने कासिम के आक्रमण का बहादुरी के साथ सामना किया, किन्तु नगर के लोगों के विश्वासघात के कारण वह पराजित हो गया। ब्राह्मणावाद पर कासिम का अधिकार हो गया। कासिम ने यहाँ का कोष तथा दाहिर की दूसरी विधवा रानी लाडी के साथ उसकी दो पुत्रियों सूर्यदेवी तथा परमल देवी को अपनी क़ब्ज़े में कर लिया। आलोर विजय

मुहम्मद-बिन-तुगलक के विषय में एक अन्य ग्रंथ फुतूह-अस-सलातीन से जानकारी मिलती है। इसमें मुहम्मद तुगलक के बाद की स्थितियों का भी विवरण है।

शाहजहाँ के काल का पहला सरकारी इतिहास मोहम्मद अमीन कजवीनी द्वारा रचित पादशाहनामा है (इस नाम से अब्दुल हमीद लाहौरी ने भी शाहजहाँ कालीन इतिहास लिखा)।

अरबों ने भारत में अन्य विजित प्रदेशों की तरह धर्म पर आधारित राज्य स्थापित करने का प्रयास नहीं किया। हिन्दुओं को महत्त्व के पदों पर बैठाया गया। इस्लाम धर्म ने हिन्दू धर्म के प्रति सहिष्णुता का प्रदर्शन किया। अरबों की सिंध विजय का आर्थिक क्षेत्र भी प्रभाव पड़ा। अरब से आने वाले व्यापारियों ने पश्चिम समुद्र एवं दक्षिण पूर्वी एशिया में अपने प्रभाव का विस्तार किया। अतः यह स्वाभाविक था कि, भारतीय व्यापारी उस समय की राजनीतिक शक्तियों पर दबाव डालते कि, वे अरब व्यापारियों के प्रति सहानुभूति पूर्ण रुख़ अपनायें। तुर्की आक्रमण

(२) दोनो ही सभ्यताओं के निवासी कांसे और तांबे के साथ साथ पाषाण के लघु उपकरणों का प्रयोग करते थे।

भारत में नव पाषाण काल के प्रमुख चार स्थल है ताम्र पाषाण युग[संपादित करें]

विश्व इतिहास के प्रसिद्ध लेखक एवं उनकी पुस्तकों की सूची

मुख्य लेख : शक साम्राज्य एवं कुषाण साम्राज्य

सबसे पुराना यूरोपीय चर्च भारत के आराधनालय कोचीन शहर में स्थित है।

काला कानून किसे कहा गया ? उत्तर- रोलट एक्ट को

शंकरगण · लक्ष्मणराज · गांगेयदेव विक्रमादित्य · कर्णदेव

उत्तर भारत में भक्ति आंदोलन का आरम्भ किस संत ने शुरू किया?उत्तर- रामानंद

अगली बार जब मैं टिप्पणी करूँ, तो इस ब्राउज़र में मेरा नाम, ईमेल और वेबसाइट सहेजें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *